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जल्द खुलेंगे चार धाम के कपाट, श्रद्धालुओं के लिए होंगे ये खास इंतजाम

जल्द खुलेंगे चार धाम के कपाट, श्रद्धालुओं के लिए होंगे ये खास इंतजाम

चार धाम की यात्रा फिर शुरू होने जा रही है. इस बार यात्रा को और ज्यादा सुगम बनाने के लिए कई इंतजाम किए गए हैं. कहा जा रहा है कि पिछले सालों की तुलना में इस साल ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने आ सकते हैं.

चार धाम की यात्रा एक बार फिर शुरू होने जा रही है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा 3 मई से शुरू हो जाएगी, तो वहीं  6 मई को केदारनाथ के कपाट दर्शन के लिए खुल जाएंगे. बद्रीनाथ को लेकर बताया गया है कि आठ मई से वहां भी श्रद्धालु दर्शन करने आ पाएंगे. सरकार के मुताबिक इस साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आने वाले हैं. ऐसे में प्रशासन की तरफ से बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही है.

क्या खास इंतजाम?

यात्रा से सम्बंधित सभी व्यवस्थाएं दुरस्त करने में जुट गया है. यात्रा मार्ग से लेकर अन्य व्यवस्था यात्रा शुरू होने से पहले ठीक करने में प्रशासन ने ताकत झोंक दी है. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर लगातार मोनिटरिंग जारी है, सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर चारधाम यात्रा की तैयारी की जा रही है. केदारनाथ में बनी आदिगुरू शंकराचार्य की विशाल समाधि भी इस बार सभी लोगों को दर्शन हेतु खुली रहेगी.

आपको बता दें कि बद्रीनाथ और केदारनाथ में निर्माण कार्य चल रहे हैं जिस पर कई काम यात्रा से पूर्व ही पूरे कर लिए जाएंगे. अभी इस समय वहां बद्रीनाथ धाम के पुनः निर्माण का काम भी जारी है. सरकार की तरफ से 2 हजार करोड़ रुपये जारी किए गए हैं, अभी 65 करोड़ का विकास कार्य शुरू कर दिया गया है.

रजिस्ट्रेशन में कोई बदलाव?

इस बार खासतौर पर सभी यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा जो टूरिज्म के पोर्टल पर करना होगा. साथ ही इस बार एक डिवाइस के जरिए फिजिकल रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा जिससे ये पता चल सके कि किस धाम में किस समय कितने लोग मौजूद हैं, जिसके बाद उनकी संख्या घटाने बढ़ाने को लेकर स्थानीय प्रशाशन विचार कर सकता है.

केदारनाथ में हेली सेवाओं की कई बार शिकायत दर्ज की जाती है. इसी वजह से इस बार 70 प्रतिशत टिकट ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ही बुक की जा रही हैं, 30 प्रतिशत टिकट केदारनाथ वैली में बुकिंग के लिए छोड़ी गयी हैं क्योंकि कई बार वहां पर मौसम बदलने और हेली की अन्य तकनीकी सेवाओं में खराबी के कारण 30 प्रतिशत टिकिट वेली से ही बुक की जाती हैं.

Source : https://www.aajtak.in

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